अगर राहुल गांधी को खुद पाकिस्तान की गोलाबारी में अनाथ हुए बच्चों को 'गोद' लेना पड़े,
तो भारतीय राज्य क्या कर रहा है, सिर्फ झंडे लहराना और बयान देना?
आप उनकी इस पहल को कैसे रेट करेंगे?