सेलिब्रिटी शादियों में शामिल होना, बीजेपी नेताओं से मुलाकात करना और सुखबीर बादल को चुनौती देना, गुरुद्वारा उपदेशक से नेता तक का
ज्ञानी हरप्रीत सिंह का सफ़र किसी भी तरह पारंपरिक नहीं रहा है।
क्या पंजाब उन पर पंथक नेता के रूप में भरोसा करने के लिए तैयार है?
A. हां – वो एक नई आवाज़ हैं।
B. नहीं – विवाद बहुत ज़्यादा हैं।
C. फ़ैसला तो ग्रामीण वोटर करेंगे।