A) भाजपा दिड़बा में कमज़ोर मौजूदगी के बावजूद, कम से कम पहचान बढ़ाने के लिए रटौल को अपना चेहरा बना सकती है।
B) लगातार दो हारें भाजपा को भी उन पर भरोसा करने से रोक सकती हैं।
C) SAD और AAP की मजबूत पकड़ रटौल को, चाहे वह किसी भी पार्टी में हों, दिड़बा में हाशिए पर ही रख सकती है।
D) पार्टी बदलना रटौल के लिए व्यक्तिगत रूप से फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इससे दिड़बा जीतने की उम्मीद ज़्यादा नहीं बढ़ेगी।