A) उनकी बेबाक शैली उन्हें चर्चा में रखती है, लेकिन नेतृत्व को असहज करती है।
B) कांग्रेस बाहर उनकी आवाज़ को उपयोगी मानती है, भीतर भरोसा करने से हिचकती है।
C) खैरा की ताक़त दबाव की राजनीति में है, संगठनात्मक पदों में नहीं।
D) जब तक कांग्रेस मज़बूत नेताओं को संभालने का तरीका नहीं बदलती, उनकी भूमिका सीमित रह सकती है।