बी.जे.पी. कहती है कि वो पंजाब का भविष्य बना रही है।
लेकिन जब हर रैली में सिर्फ बाहरी चेहरे दिखते हैं और लोकल नेता नजर नहीं आते — तो ये भविष्य किसका बन रहा है और किसके नाम पर?
और अगर "डबल इंजन सरकार" इतना तेज़ काम करती है, तो पंजाब का शहरी वोटर अब तक उसका टिकट क्यों नहीं खरीद पाया?