मोदी ने हर साल 2 करोड़ नौकरियों और 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का वादा किया था, अब तीसरे कार्यकाल में उनकी ही सरकार मान रही है कि देश में विश्वसनीय आय के आंकड़े ही नहीं हैं।
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अगर अब जाकर इनकम सर्वे की योजना बन रही है, तो पिछले 10 सालों के GDP के चमकते दावे किस आधार पर थे? ज्योतिष शास्त्र?