अगर हरपाल चीमा वाकई पंजाब की वित्तीय कमान संभाले हुए हैं, तो राज्य आज भी कर्ज और खोखले वादों के सहारे क्यों चल रहा है?
2021-22 में ₹2.82 लाख करोड़ से 2024-25 में ₹3.74 लाख करोड़ तक का कर्ज कैसे बढ़ा?
क्या पंजाब 2027 के चुनाव में उन्हें फिर से मौका देगा?