लिखते हैं, बोलते हैं, बग़ावत भी करते हैं, शशि थरूर कांग्रेस का ग्लोबल चेहरा हैं, लेकिन असली ताकत की राजनीति में हाशिए पर।
क्या वो एक शांत सुधारवादी हैं जो सही वक्त का इंतज़ार कर रहे हैं, या अकेले चलने वाले नेता जो ऐसी पार्टी में फंसे हैं जिसे ये ही नहीं पता इनके साथ क्या करना है?
A) सोच वाला नेता, लेकिन ग़लत पार्टी में।
B) बग़ावत है, पर रफ़्तार नहीं।
C) किताबों वाला ज्ञान, ज़मीन से दूर।