A) सुखबीर के ख़िलाफ़ उनका रुख़ साहसी था, पर राजनीतिक रूप से महंगा साबित हुआ।
B) बागी धड़े में जीत दिलाने की संगठनात्मक ताकत नहीं है।
C) ढींडसा नाम की साख अब भी बरकरार है, उन्हें अभी खारिज नहीं किया जा सकता।
D) बादल से अलग होकर उन्होंने जीत से भी दूरी बना ली।